Ma Kalratri Ki Aarti

  • Ma Kalratri Ki Aarti  माँ कालरात्रि की आरती

    Ma Kalratri Ki Aarti माँ कालरात्रि की आरती

    कालरात्रि जय-जय-महाकाली । काल के मुह से बचाने वाली ॥ दुष्ट संघारक नाम तुम्हारा । महाचंडी तेरा अवतार ॥ कालरात्रि जय-जय-महाकाली… पृथ्वी और आकाश पे सारा । महाकाली है तेरा पसारा ॥ खडग खप्पर रखने वाली । दुष्टों का लहू चखने वाली ॥ कालरात्रि जय-जय-महाकाली… कलकत्ता स्थान तुम्हारा ।सब जगह देखूं तेरा नजारा ॥ सभी…