Hindi

  • Shree Durga Stotra श्री दुर्गा स्तोत्रम्

    दुर्गे विश्वमपि प्रसीद परमे सृष्ट्यादि- कार्य्यत्रये।ब्रह्माद्याः पुरुषास्त्रयो निजगुणै-स्त्वतस्वैच्छया कल्पिताः ॥नो ते कोऽपि च कल्प कोऽत्रभुवने विद्येत मातर्य्यतः ।कः शक्तः परिवर्ण्णितुं तव गुणांल्लोके भवेद्-दुर्गमान् ॥१॥ हिन्दी अर्थ –हे दुर्गे! कृपया पूरे विश्व को आशीर्वाद दें। ईश्वर! आपने अपने गुणों से ब्रह्मा सहित तीनों देवताओं की स्वतंत्र इच्छा की सृष्टि के तीन कार्यों के लिए रचना की…

  • Maha Mritunjay Mantra महामृत्युंजय मंत्र

    महामृत्युंजय मंत्र ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् |उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात् || महामृत्युंजय मंत्र का अर्थ हम त्रिनेत्र को पूजते हैं,जो सुगंधित हैं, हमारा पोषण करते हैं,जिस तरह फल, शाखा के बंधन से मुक्त हो जाता है,वैसे ही हम भी मृत्यु और नश्वरता से मुक्त हो जाएं।

  • Shivasthak Stotra शिवाष्टक स्तोत्र गुरुवष्टकम

    भारतीय परंपरा में, किसी के जीवन में गुरु होने का बहुत महत्व है। गुरवष्टकम इस सांस्कृतिक सिद्धांत का उदाहरण है। इस अष्टक में, आदि शंकराचार्य ने जीवन के विभिन्न पहलुओं को सूचीबद्ध किया है, जिन्हें आम तौर पर मनुष्य महत्त्व देते हैं: प्रसिद्धि, शक्ति, धन, सौंदर्य, बुद्धि, प्रतिभा, संपत्ति, एक अद्भुत परिवार। फिर, वे यह…

  • Shiv Panchakshar Stotra शिव पंचाक्षर स्तोत्र

    नागेन्द्रहाराय त्रिलोचनायभस्माङ्गरागाय महेश्वराय ।नित्याय शुद्धाय दिगम्बरायतस्मै नकाराय नमः शिवाय मन्दाकिनीसलिलचन्दनचर्चिताय नन्दीश्वरप्रमथनाथमहेश्वराय ।मन्दारपुष्पबहुपुष्पसुपूजितायतस्मै मकाराय नमः शिवायशिवाय गौरीवदनाब्जबृंदासूर्याय दक्षाध्वरनाशकाय ।श्रीनीलकण्ठाय वृषध्वजायतस्मै शिकाराय नमः शिवाय वशिष्ठकुम्भोद्भवगौतमार्यमूनीन्द्र देवार्चिता शेखराय ।चन्द्रार्कवैश्वानरलोचनायतस्मै वकाराय नमः शिवाययज्ञस्वरूपाय जटाधरायपिनाकहस्ताय सनातनाय ।दिव्याय देवाय दिगम्बरायतस्मै यकाराय नमः शिवाय पञ्चाक्षरमिदं पुण्यं यः पठेच्छिवसंनिधौ ।शिवलोकमावाप्नोति शिवेन सह मोदतेअर्थवे जिनके पास साँपों का राजा उनकी माला के रूप में…

  • Shiv Tandav Stotra Meaning शिव तांडव स्तोत्र

    जटा टवी गलज्जलप्रवाह पावितस्थले गलेऽव लम्ब्यलम्बितां भुजंगतुंग मालिकाम्‌।डमड्डमड्डमड्डमन्निनाद वड्डमर्वयं चकारचण्डताण्डवं तनोतु नः शिव: शिवम्‌ ॥१॥ उनके बालों से बहने वाले जल से उनका कंठ पवित्र है,और उनके गले में सांप है जो हार की तरह लटका है,और डमरू से डमट् डमट् डमट् की ध्वनि निकल रही है,भगवान शिव शुभ तांडव नृत्य कर रहे हैं, वे…

  • 108 Names and Mantras of Ganesha गणेश जी के 108 नाम और उनसे जुड़े मंत्र।

    108 Names and Mantras of Ganesha गणेश जी के 108 नाम और उनसे जुड़े मंत्र।

    भगवान श्री गणेश को हिन्दू धर्म में प्रथम पूजनीय माना जाता है। हिन्दू धर्म के अनुसार प्रत्येक शुभ कार्य से पहले सर्वप्रथम भगवान गणेश के पूजन का विधान है। इनकी सवारी मूषक यानि चूहा और प्रिय भोग मोदक (लड्डू) है। गजानन महाराज के 108 नामों को गणेश नामावली कहते हैं। इस नामावली का जाप करने…