Guru Gangai Nath Ji Jamsar
बाबा श्री गंगाईनाथजी योगी आईपंथी नाथ सम्प्रदाय के सन्यांसी योगी थे।
उनका जन्म पाली जिले के सिरमा ग्राम में हुआ। वे बाल्यकाल से ही ईश्वर की भक्ति में लीन रहते थे।
उनका प्रारम्भिक आराधना काल आइपंथी नाथों के अस्थलभोर अखाड़े (हरियाणा), बनारस व हिमाचल प्रदेश में बीता।
काजलवास ग्यारह नाथों की समाधी नामक स्थान पर आराधना कर रहे नाथ योगी बाबा श्री भाउनाथ जी ने अपनी आध्यात्मिक शक्ति से गंगाईनाथ जी को बुलाया तथा अपनी शक्तिपात की सम्पूर्ण सामर्थ्य प्रदान की।
उसके पश्चात् वे कुछ वर्षों तक काजलवास में ही रहे। फिर अपने गुरु श्री भाऊनाथ जी के आदेश से बीकानेर के पास जामसर नामक स्थान पर रेत के टीले पर धूणा स्थापित कर, उन्होंने लम्बे समय तक तपस्या की।